Monday, October 08, 2007

सबका सपना मनी-मनी, लेकिन कितना?

अब पैसे का कोई मतलब ही नहीं रहा। पैसा बढ़ना बस प्रतीकों के तौर पर इस्तेमाल करने लायक शब्द रह गया है। पैसे क्या रुपए का भी कोई मतलब नहीं रह गया है। खासकर तब जब इसी देश में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो, हर मिनट चालीस लाख रुपए कमा रहे हैं। आपको लग रहा होगा मैं मजाक कर रहा हूं। लेकिन, ये मजाक नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की कमाई पिछले तीन महीने से लगातार चालीस लाख रुपए हर मिनट बढ़ी है। हाल ये है कि मुकेश अंबानी आज 2,20,463 करोड़ रुपए के मालिक हो गए हैं। डॉलर में ये कमाई होती है 5580 करोड़ डॉलर। आज तो, शेयर बाजार गिरा है। लेकिन, हो सकता है कि कल सेंसेक्स-निफ्टी की एक और तेज उछाल बड़े अंबानी को ढाई लाख करोड़ रुपए का मालिक बना दे।

अमीरों की जेब में बढ़ते पैसे का आलम ये है कि देश के दस सबसे ज्यादा अमीर लोगों के पास साल भर में 6530 करोड़ डॉलर बढ़ गया है रुपए में ये रकम हो जाती है 2,57,739 करोड़। मुकेश अंबानी को अब तक ज्यादा कमाई के मामले में उनके ही छोटे भाई अनिल अंबानी चुनौती दे रहे थे। लेकिन, अब इन दोनों भाइयों के बीच में आ गए हैं, देश का सबसे बड़ा IPO लाने वाले रियल एस्टेट के दिग्गज DLF के के पी सिंह। कुशल पाल सिंह की हैसियत है 3290 करोड़ डॉलर यानी 1,29,856 करोड़ रुपए। इसके बाद अनिल अंबानी की हैसियत है 3240 करोड़ डॉलर यानी 1,27,882 करोड़ रुपए की।
इन लोगों के बाद हैं, देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी के मालिक सुनील भारती मित्तल। इनके पास 2090 करोड़ डॉलर यानी 82,493 करोड़ रुपए की संपत्ति है। और, विप्रो के मालिक अजीम प्रेमजी कुल कमाई है 1360 करोड़ डॉलर जो, रुपए में होगी 53,679 करोड़ रुपए। करोड़ो की कमाई करने वाले ऐसे लोगों की भारत में कमाई करोड़ो में ही बढ़ती जा रही है। इन लोगों की संपत्ति देखने के बाद मैं तो, बस इतना ही सोच पाता हूं कि सबका सपना मनी-मनी लेकिन, कितना।

1 comment:

  1. चलिये, आपके मार्फत कईयों की हैसियत पता चली. :)

    ReplyDelete

एक देश, एक चुनाव से राजनीति सकारात्मक होगी

Harsh Vardhan Tripathi हर्ष वर्धन त्रिपाठी भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंगीकार कर लिया था। इसीलिए इस द...