हर्ष वर्धन त्रिपाठी Harsh Vardhan Tripathi
नया लोकतांत्रिक मीडिया अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उसमें भी यूट्यूब के जरिये पत्रकारिता या अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वालों को तो बिल्कुल भी नहीं। इसीलिए देश भर में सरकारें हों या राजनीतिक दल, अब यूट्यूबर्स को भी संपर्क करने लगे हैं। लंबे समय से रचनात्मक कार्य करने वाले देश के कुछ यूट्यूबर्स के साथ संवाद करने की योजना बन रही थी। ICCR के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे जी से चर्चा हुई तो उन्होंने कहाकि, इसे अवश्य करना चाहिए। करीब एक वर्ष पश्चात रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी, एंटरटेनमेंट सोसायटी ऑफ गोवा ने गोवा सरकार के साथ दो दिनों का यूट्यूबर्स कॉनक्लेव करना तय किया। Building Development Narrative Through YouTubing: Challenges and Opportunities विषय पर दो दिनों तक देश भर से आए यूट्यूबर्स ने चर्चा की। उद्घाटन गोवा के मुख्यमंत्री डॉक्टर प्रमोद सावंत ने किया।
ICCR Chairman Vinay Sahasrabuddhe, Goa CM Dr Prmaod Sawant, Jayant Kulkarni, Harsh Vardhan Tripathi |
उन्होंने गोवा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद हुए परिवर्तनों को देश भर में पहुँचाने के लिए यूट्यूबर्स से आग्रह किया। उन्होंने कहाकि, गोवा को सन, सैंड और, सी से आगे भी देखने की आवश्यकता है। गोवा की विशेष संस्कृति है और, उसकी जानकारी कम लोगों को है। आत्मनिर्भर भारत को डॉक्टर प्रमोद सावंत की सरकार ने स्वयंपूर्ण गोवा अभियान बनाया है। मतलब इसका भी वही है कि, अपने में आत्मनिर्भर होना। गोवा के दोनों हवाई अड्डे अंतर्राष्ट्रीय हैं, इन दोनों हवाई अड्डों के बीच करीब 50 किलोमीटर की दूरी है। संयोगवश हमारा दिल्ली से गोवा पहुँचना पुराने Dabolim अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुआ और, वापसी Mopa में नये बने मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हुई। पुराना हवाई अड्डा भी बेहद शानदार है, लेकिन मोदी सरकार में बनकर तैयार हुए नये मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से यात्रा का अलग ही सुख है। गोवा के सबसे बड़े नेता मनोहर पर्रिकर के नाम पर यह हवाई अड्डा है। पहाड़ी पर बना यह हवाई अड्डा अत्याधुनिक सुख सुविधाओं से युक्त तो है ही। यहाँ का मौसम हर वक्त बेईमान सा बना रहता है। हवाई अड्डे का रास्ता पहाड़ी होने की वजह से आने जाने की एक लेन ही हैं और, इस वजह से कहीं भी रास्ते में रुकने से मना किया जाता है, लेकिन फिर भी कुछेक चित्र मैंने जल्दी से ले लिए। हवाई अड्डे पर बहुत भीड़ भी नहीं थी या कहें कि, इतना बड़ा और, बढ़िया बना है कि, भीड़ लगी नहीं।
मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गोवा की तरफ जाने पर दाहिने और, गोवा से मनोहर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे जाने पर बाएँ आपको एक बड़ी भव्य इमारत दिखेगी। यह गोवा का आयुर्वेदिक आधारित AIIA का शानदार भवन है।
यूट्यूबर्स कॉनक्लेव के पहले दिन के सत्रों के बाद हमें इसी आयुर्वेदिक AIIA ले जाया गया। प्रतिदिन औसत 500 लोगों को इलाज अभी यहाँ हो रहा है। अस्पताल पूरी तरह से पारदर्शी व्यवस्था के तहत चलता है। इलाज के लिए जाने पर प्रतीक्षा करने के लिए लगे सोफे के सामने ही लगी बड़ी टीवी स्क्रीन पर किसकी बारी आ रही है, यह दिख जाता है।
अस्पताल में आयुर्वेदिक औषधियों के बारे में ऐसे बड़े चित्र लगे दिख जाते हैं। यूट्यूबर्स कॉनक्लेव में आए लोगों के लिए यह अलग और, अनोखा अनुभव था। गोवा के मुख्यमंत्री डॉक्टर प्रमोद सावंत विशेष रूप से इसे हर किसी को दिखाना चाहते थे। कार्यक्रम स्थल पणजी का ताज विवांता था। ताज की यह संपत्ति दूसरे ताज की तरह बहुत बड़ी नहीं है, लेकिन व्यवस्थाएँ तो सब ताज की ही हैं, शानदार। होटल पहुँचते हम लोगों का स्वागत होटल के कर्मचारियों ने किया और, होटल के प्रबंधक हमारे साथ लिफ्ट में भी आए तो मुझे लगा कि, गोवा सरकार का आयोजन है तो इसकी वजह से इतना सम्मान हो रहा है। वैसे होटलों में सम्मान होता ही है, लेकिन लिफ्ट में प्रबंधक महोदय ने कुछ कहा तो साथी संतोष गुप्ता ने कहाकि, हर्ष जी आपके प्रशंसक यहाँ भी मिल गए। तब बात समझ आई कि, हमारे सामाजिक परिवार के सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि, सुबह-शाम आपके वीडियो देखते ही देखते हैं। इससे सुखद जीवन में भला क्या हो सकता है। इससे पहले दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 पर विस्तारा की उड़ान की प्रतीक्षा करते भी एक डीएसपी साहब मिल गए थे। उन्होंने बताया कि, परिवार के साथ गोवा घूमने जा रहे हैं। पत्नी और, बेटी के साथ थे। बेटी बीटेक कर रही है। उन्होंने कहा- हम आपको बहुत देर से देख रहे थे, लेकिन संकोच हो रहा था। हमने कहा- हमारे सामाजिक परिवार के सदस्यों के लिए संकोच कैसा। विस्तारा की उड़ान में भी हमारे ठीक आगे की सीट पर बैठे साहिल मलिक भी हमारे सामाजिक परिवार के सदस्य निकले। जहाज में भी हमारे साथ एक चित्र लिया। यूट्यूबर्स कॉनक्लेव में दिल्ली से गोवा तक की यात्रा में हमारे सामाजिक परिवार के सदस्यों का मिलना बता रहा था कि, यह माध्यम कितना सशक्त हो चला है। गोवा में भी होटल में कई लोग मिलने आए। नादकर्णी जी कुछ पुस्तकें और, गोवा काजू लेकर आए। नादकर्णी जी ने होटल लॉबी में सोफे पर बैठी एक महिला से चित्र लेने का अनुरोध किया तो उन्होंने बताया कि, वह भी हमारे सामाजिक परिवार की सदस्य हैं। उन्होंने भी हमारे साथ चित्र लिया। नादकर्णी जी ने भेजा तो उसे लगा रहा हूं।
खैर, गोवा में पहली सुबह प्रतिदिन की तरह ही 5:30 बजे हुई और, मैंने नजदीकी समुद्र तट का पता पूछा तो पता चला कि, मीरामार बीच सबसे नजदीक है।
सुबह की सैर वहीं हुई। मीरामार बीच के चौराहे पर ही हनुमान जी का सुन्दर मंदिर भी है, लेकिन यहाँ हनुमान जी की मूर्ति काली है। लौटते रास्ते में बाल गणेश प्रसन्न दिखे, उनकी मूर्ति भी काली ही थी।
मीरामार बीच, गोवा |
मैं बार-बार कहता हूँ कि, यह समय मीडिया और, समाज के लोकतांत्रीकरण का है। लोकतांत्रिक मीडिया होने की शक्ति ही थी कि, गोवा सरकार यूट्यूबर्स कॉनक्लेव बुला रही थी। यूट्यूबर्स का चयन करना हमेशा कठिन होता है, लेकिन विनय सहस्रबुद्धे जी की टीम ने वह कठिन कार्य किया। गोवा में होने से और, महाराष्ट्र की नजदीकी होने से मराठी यूट्यूबर्स की संख्या अनुपात में अधिक रही, लेकिन यूट्यूबर्स की आज चुनौतियों और, अवसर पर चर्चा में कोई असंतुलन नहीं आया। गोवा के मुख्यमंत्री डॉक्टर प्रमोद सावंत ने Building Development Narrative Through YouTubing: Challenges and Opportunities विषय पर दो दिनों की संगोष्ठी की शुरुआत की। पहले दिन ही तीन प्रस्तुतिकरण भी हुए। अनय जोगलेकर, रचना रानाडे और, मेरा। विनय जी का आग्रह था कि, हर्ष वर्धन जी, राष्ट्रीय परिदृश्य के लिहाज से आपका प्रस्तुतिकरण रहे। मेरे प्रस्तुतिकरण का विषय था “The World of YouTubing” इन तीनों प्रस्तुतियों के बाद स्वयंपूर्ण गोवा के माध्यम से गोवा को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गोवा सरकार क्या कर रही है। इसकी प्रस्तुति दी गई। इसके बाद गोवा सरकार की तरफ से आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद दिखाने ले जाया गया। जिसका उल्लेख मैं पहले ही कर चुका हूँ। डिनर के बाद जाने माने रक्षा पत्रकार नितिन गोखले के साथ का सत्र बहुत ज्ञानवर्धक रहा। नितिन गोखले ऑनलाइन ही जुड़े। दो दिनों के सत्रों की संरचना बहुत सुन्दर और कसी हुई थी। दूसरे दिन की शुरुआत पुणे के मशहूर ENT डॉक्टर मिलिंद भोई के सत्र के साथ हुई। उन्होंने YouTubers को गले को दुरुस्त रखने के गुर बताए। उन्होंने अपनी पुस्तक भी मुझे सप्रेम भेंट की।
Dr Milind Bhoi, Santosh Gupta, Harsh Vardhan Tripathi |
दूसरे दिन गुजरात सरकार, जम्मू-कश्मीर, मुम्बई मेट्रो और, उत्तर प्रदेश के ODOP की प्रस्तुतियाँ भी हुईं। गुजरात सरकार की ओर से प्रस्तुति दे रहे प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि, कैसे मुख्यमंत्री कार्यालय से डैशबोर्ड के जरिये समस्याओं का त्वरित समाधान हो रहा है। जम्मू कश्मीर सरकार के अधिकारी राघव लंगर ने जम्मू कश्मीर के परिवर्तन को आँकड़ों के जरिये बताया। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद अकल्पनीय कार्य हुए हैं। लोगों को अधिकार मिले हैं। और, जिला विकास समितियों के माध्यम से जनप्रतिनिधियों की सरकार में भागीदारी भी मजबूत हुई है। उत्तर प्रदेश के One District One Product के बारे में तो देश भर में चर्चा रहती है, लेकिन जिस तरह से सरकार ने इस योजना के जरिये स्थानीय कला और, कारीगरों को प्रोत्साहन दिया है, उनकी कहानी हर किसी को पता चलना चाहिए। हालाँकि, इसमें चुनौतियों अभी बहुत हैं। उत्तर प्रदेश की प्रस्तुति सुनील कुमार और, अंशुमान त्रिपाठी ने दी। अंशुमान हमारे विश्वविद्यालय के जूनियर हैं और, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के जूनियर-सीनियर जैसा रिश्ता आनंद ही देता है। रोमांचकारी प्रस्तुति मुम्बई मेट्रो की रही। मुम्बई मेट्रो से सुबोध कुमार गुप्ता ने बताया कि, मुम्बई जैसे संकरे स्थान पर इमारतों को नुक़सान पहुँचाए बिना और, यातायात को रोके बिना किस तरह का कार्य मुम्बई मेट्रो कर रही है, कमाल है। मुम्बई मेट्रो का अद्भुत कार्य देखते मुम्बई मेट्रो पर हुई राजनीति मुझे याद आने लगी। मुझे लगा कि, अगर राजनीतिक रस्साकशी न हुई होती तो मुम्बई के लोगों को यह बहुप्रतीक्षित मेट्रो लाइन अब तक शायद मिल गई होती। अब दिसंबर अंत तक या अगले वर्ष की शुरुआत में मुम्बई के लोगों को यह खुशखबरी मिल जाएगी।
सामूहिक तौर पर YouTubers की समस्याओं और, अवसरों के बारे में जानने के अलावा विनय जी ने अलग से भी लोगों से इसकी चर्चा की। लगभग सभी सफल YouTubers थे जो, तकनीक के साथ सामंजस्य बैठाकर आगे बढ़े रहे हैं और, अच्छे पैसे कमाते हुए समाज में रचनात्मक योगदान दे रहे हैं। चर्चा में सामने आए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का जिक्र मैं यहाँ भी कर रहा हूँ
YouTubers ने एक संगठन, मंच बनाने की बात कही, जिससे उनकी समस्याओं को संगठित तरीके से उठाया जा सके
सरकारों पर भी दबाव बनाया जाए कि, उन्हें कैसे मान्यता मिले। हालाँकि, इतने बड़े समूह को चिन्हित करना और, उन्हें मान्यता देने का कार्य बेहद दुरुह है, इसका अनुमान सभी को था
YouTubers को पहचान पत्र कैसे दिया जा सकता है, यह बहुतायत यूट्यूबरों के मन में था, विशेषकर जिनकी पत्रकारिता की पृष्ठभूमि नहीं रही है
YouTubers की चिंता यह थी कि, कभी भी पुलिस उन्हें रोक देती है, समाचार की कवरेज या लोगों की राय लेने से
फर्जी समाचारों के संकट से कैसे निपटा जाए
आपसी मेलजोल का रचनात्मक तरीके से कैसे उपयोग किया जा सकता है
ICCR Charman Vinay Sahasrabuddhe, Bihar Governor Rajendra Arlekar and Senior Journalist Harsh Vardhan Tripathi |
YouTubers Conclave |
बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर के साथ हर्ष वर्धन त्रिपाठी |
दूसरे दिन के आखिरी समापन सत्र में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर जी रहे। राजेंद्र आर्लेकर जी गोवा के बड़े नेताओं में रहे। विधायक, मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष के तौर सक्रिय राजनेता रहे। सहज सरल स्वभाव के राजेंद्र आर्लेकर जी ने कहाकि, इस माध्यम का सदुपयोग किया जाए तो तेजी से सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।
ISRN CEO संतोष गुप्ता के साथ |
जिनकी वापसी उस दिन शाम या अगले दिन थी, उन लोगों के लिए गोवा की स्थानीय यूट्यूबर सावनी सेठ ने गोवा की सांस्कृतिक धराहरों को दिखाने का कार्यक्रम तय किया था, जिसमें शामिल न होने का मुझे मलाल है। अगली यात्रा में उसे पूरा किया जाएगा। बारिश से हरियराए गोवा की स्मृतियाँ अभी भी यादों में है। गोवा की यात्रा अधूरी रह गई है, पूरी की जाएगी। गोवा के मशहूर Casinos में जाना नहीं हुआ, लेकिन बाहर से रंगीन दुनिया की झलक देखी। कभी संयोग और, साहस बना तो भीतर से भी देख लिया जाएगा।
बहुत बढ़िया सर। यूट्यूब पर कौन तथ्य और सत्य दिखाता है इसको लेकर चिंता अवश्य रहनी चाहिए ताकि लोगो में झूठ फैलाकर व्यूज बटोरने वालो की कमी नही है। बहुत पत्रकार जो प्राइम टाइम में झूठ कपास दिखाते थे आज वो यूट्यूब पर भी बकवास ही दिखा रहे है .
ReplyDeleteइनके फैन फॉलोविंग भी बहुत है इन्होंने ने जो ब्रेन वाश करके रखा है इससे सीखना चाहिए हमे, वो फेक नैरेटविव के बलबूते पर लाखो कमा रहे है। यही ब्लॉग की बात कर लीजिए आज वो यहां भी आकर लिखना शुरू कर दे फिर से तो दस गुनी भीड़ जमा हो जायेगी। डिजिटल इंडिया क्रांति की वजह से आज हर कोई यूट्यूब पर है जमकर पैसा कमाए जा रहा है लेकीन इसका यह अर्थ नहीं की दुरुपयोग किया जाय देश विरोधी गतिविधियों के लिए। सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए वरना Freedom of speech के नाम पर ऐसे ही देश की छवि धूमिल की जाएगी।