प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह पर आज तक कोई
दाग नहीं है। हिंदुस्तान की अब तक की सबसे दागदार सरकार पूरे एक दशक तक चलाने के
बाद भी उन पर कोई दाग नहीं है। लाखों करोड़ के घोटाले के बाद भी डॉक्टर मनमोहन
सिंह ईमानदार ही रहे। भले कोयला मंत्रालय तक उनके पास था। वो प्रधानमंत्री थे।
उनके मंत्रियों को जेल तक जाना पड़ा। लेकिन, डॉक्टर मनमोहन सिंह की ईमानदारी बची
रही। बनी रही। अब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री पर कोई भ्रष्टाचार
का आरोप नहीं है। पूरी सरकार पर नहीं है। ईमानदार मनमोहन सिंह पर भ्रष्टाचार करने
वाले मंत्री हावी रहते थे। ईमानदार नरेंद्र मोदी पर कोई हावी नहीं है। मंत्री
प्रधानमंत्री के बराबर चलने में हांफ रहे हैं। और क्या फर्क है मोदी बनाम मनमोहन
सिंह की ईमानदारी में। सिर्फ 3 मिनट मुझे सुनिए
देश की दशा-दिशा को समझाने वाला हिंदी ब्लॉग। जवान देश के लोगों के भारत और इंडिया से तालमेल बिठाने की कोशिश पर मेरे निजी विचार
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
एक देश, एक चुनाव से राजनीति सकारात्मक होगी
Harsh Vardhan Tripathi हर्ष वर्धन त्रिपाठी भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंगीकार कर लिया था। इसीलिए इस द...
-
आप लोगों में से कितने लोगों के यहां बेटियों का पैर छुआ जाता है। यानी, मां-बाप अपनी बेटी से पैर छुआते नहीं हैं। बल्कि, खुद उनका पैर छूते हैं...
-
हमारे यहां बेटी-दामाद का पैर छुआ जाता है। और, उसके मुझे दुष्परिणाम ज्यादा दिख रहे थे। मुझे लगा था कि मैं बेहद परंपरागत ब्राह्मण परिवार से ह...
-
पुरानी कहावतें यूं ही नहीं बनी होतीं। और, समय-समय पर इन कहावतों-मिथकों की प्रासंगिकता गजब साबित होती रहती है। कांग्रेस-यूपीए ने सबको साफ कर ...
No comments:
Post a Comment