Sunday, November 07, 2021

पवार के लिए मजबूत स्तंभ रहे नवाब मलिक अब कमजोर कड़ी हो गए हैं

 हर्ष वर्धन त्रिपाठी


नवाब मलिक महाराष्ट्र की राजनीति के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। शरद पवार के अत्यंत नजदीकी भी हैं। माना जाता है कि शरद पवार की ही तरह राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं, लेकिन दामाद की नशे के कारोबार में हुई गिरफ्तारी ने उन्हें बुरी तरह हिला दिया है। लगातार जिस तरह से प्रेस वार्ता करके समीर वानखेड़े पर निजी हमला कर रहे थे, उससे उनका कमजोर पक्ष ही सामने आ रहा था और अब उनकी ताजा प्रेस वार्ता में भाजपा से लगभग गिड़गिड़ाने की मुद्रा में यह कहना कि हमें मिलकर इस नशे की गंदगी को दूर करना है, स्पष्ट दिखा रहा है कि शरद पवार के लिए मजबूत स्तंभ माने जाने वाले नवाब मलिक अब शरद पवार के लिए कमजोर कड़ी बन चुके हैं। अब देखिए शरद पवार क्या करते हैं। 

“मैंने दामाद से बात की, दामाद ने कहाकि डैडी लड़ाई जारी रखो, मैं 8 महीने क्या 20 वर्ष जेल में जाने को तैयार हूँ”  

आज की प्रेस वार्ता में नवाब मलिक की इस स्वीकारोक्ति के बाद अब कुछ बचा रह गया है क्या ? 

No comments:

Post a Comment

एक देश, एक चुनाव से राजनीति सकारात्मक होगी

Harsh Vardhan Tripathi हर्ष वर्धन त्रिपाठी भारत की संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को संविधान को अंगीकार कर लिया था। इसीलिए इस द...