देश की दशा-दिशा को समझाने वाला हिंदी ब्लॉग। जवान देश के लोगों के भारत और इंडिया से तालमेल बिठाने की कोशिश पर मेरे निजी विचार
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हिन्दू मंदिर, परंपराएं और महिलाएं निशाने पर क्यों
हर्ष वर्धन त्रिपाठी Harsh Vardhan Tripathi अभी सकट चौथ बीता। आस्थावान हिन्दू स्त्रियाँ अपनी संतानों के दीर्घायु होने के लिए निर्जला व्रत रखत...
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आप लोगों में से कितने लोगों के यहां बेटियों का पैर छुआ जाता है। यानी, मां-बाप अपनी बेटी से पैर छुआते नहीं हैं। बल्कि, खुद उनका पैर छूते हैं...
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राहुल-रघुराम की बातचीत से निकला क्या ? दुनिया के प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने चाइनीज वायरस के संकट के दौर में शिकागो से दिल्...
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बतंगड़ की चर्चा अमर-उजाला में देख कर प्रसन्न हो चुका था। आपकी रसीद की प्रतीक्षा थी। लीजिए हमारी बधाई। …पोस्ट पढ़कर भी अच्छा लगा था।
ReplyDeleteबहुत बधाई.
ReplyDeleteचलिए, अमर उजाला में आपका भी छप गया, आप भी महान हो गए। ऐसी महानता के लिए हजारों लोग इधर-उधर थूथन मार रहे हैं।
ReplyDeleteबधाई - हिन्दी चिट्ठों की बात चल निकली।
ReplyDeleteहमारी भी बधाई स्वीकारें हर्ष भाई ।
ReplyDeleteहर्षवर्धन जी, बधाई। यह अच्छी बात है कि ब्लॉग लेख को अखबार संपादकीय पेज पर जगह दे रहे हैं।
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई हर्ष भाई ! देश हर प्रमुख अखबार में बात का बतंगड़ हो ! कामना है .
ReplyDeleteहर्षजी बधाई।
ReplyDeleteब्लाग आलेख को टिप्पणी के रूप में छापने की पहल भी अच्छी है। और बगल में बिग बी, ये तो यादगार हो गया :)
लेख अच्छा है. इसलिए छापा गया. अच्छा लिखने के लिए बधाई.
ReplyDeleteहार्दिक बधाई।
ReplyDeletecongrates
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