tag:blogger.com,1999:blog-38914419.post5850905033944406621..comments2024-03-11T14:40:54.290+05:30Comments on बतंगड़ BATANGAD: हमें गुलामी ज्यादा पसंद आती हैBatangadhttp://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-28218698160231194922009-09-10T23:10:34.240+05:302009-09-10T23:10:34.240+05:30बिलकुल सही कहा है आपने | यही गुलामी वाली मानसिकता ...बिलकुल सही कहा है आपने | यही गुलामी वाली मानसिकता के कारन ही ऐसे भारतियों की लाइन लगी है जो विरफ और सिर्फ इम्पोर्टेड (आयातित) विचारों के सहारे ही जीना चाहता है | धन्य हो ....Rakesh Singh - राकेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/03770667837625095504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-59833534680204479582007-05-28T01:56:00.000+05:302007-05-28T01:56:00.000+05:30कही ये ग़ुलामी - विकल्प हीनता तो नही ? अगर कोई ऐसा...कही ये ग़ुलामी - विकल्प हीनता तो नही ? अगर कोई ऐसा विकल्प हो लोगों के पास जिसमे उन्हे ग़ुलामी की ज़रूरत न पड़े तो ? मेरे ख़्याल से लोगो के पास विकल्प नही है नही तो वो ऐसी हरकतें न करतेRising Rahulhttps://www.blogger.com/profile/12177287386975138385noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-19866053322105721312007-05-28T00:52:00.000+05:302007-05-28T00:52:00.000+05:30सही है।लोग आसान तरीक से अपने आकाओं को खुश करना चाह...सही है।लोग आसान तरीक से अपने आकाओं को खुश करना चाहते हैं।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-85099794957098378482007-05-27T21:48:00.000+05:302007-05-27T21:48:00.000+05:30हाँ यह मानसिकता हममें बहुत बुरी तरह से भरी है और प...हाँ यह मानसिकता हममें बहुत बुरी तरह से भरी है और पूरे भारत में पाई जाती है । हमें जन्म से केवल अनुकरण व जयजयकार करना सिखाया जाता है प्रश्न करना कभी नहीं ।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-27535885971193068492007-05-27T21:29:00.000+05:302007-05-27T21:29:00.000+05:30यह गुलामी नहीं है बाबू. बात का बतंगड़ क्यों बना रह...यह गुलामी नहीं है बाबू. बात का बतंगड़ क्यों बना रहे हो.Sanjay Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/13133958816717392537noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-68898836421169774942007-05-27T20:05:00.000+05:302007-05-27T20:05:00.000+05:30गजब का विश्लेषण है. इस लेख को इसी हफ्ते हम "सारथी-...गजब का विश्लेषण है. इस लेख को इसी हफ्ते हम "सारथी-उद्धरण 2" लेख के द्वारा सारथी के पाठकों (www.iicet.com)के ध्यान में लाने वाले हैं. <BR/><BR/>-- शास्त्री जे सी फिलिपShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.com