tag:blogger.com,1999:blog-38914419.post5660818468163716659..comments2024-03-11T14:40:54.290+05:30Comments on बतंगड़ BATANGAD: जरदारी पर भरोसा करने में हर्ज क्या हैBatangadhttp://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-85002888807286967222008-12-16T23:56:00.000+05:302008-12-16T23:56:00.000+05:30bhai bada khatranak trend hai..sochta hun neta kya...bhai bada khatranak trend hai..sochta hun neta kya har chiz aise hi uda detan hai.....kya akhir in laparwah neta ka vikalp...ravish ranjan shuklahttps://www.blogger.com/profile/13576076425818693081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-53925463822903007662008-12-16T15:43:00.000+05:302008-12-16T15:43:00.000+05:30आप ने सही कहा िक जरदारी पर भरोसा करने में हर्ज ही ...आप ने सही कहा िक जरदारी पर भरोसा करने में हर्ज ही क्या है। वैसे भी युद़ध िकसी भी हालत में अच्छा नहीं।khurapateehttps://www.blogger.com/profile/06146782490651668423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-47769576714823564842008-12-16T10:55:00.000+05:302008-12-16T10:55:00.000+05:30हां, भरोसा कीजिए -- लेकिन टेन पर्सेंट!!हां, भरोसा कीजिए -- लेकिन टेन पर्सेंट!!चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-25895297706379537452008-12-15T20:58:00.000+05:302008-12-15T20:58:00.000+05:30ज़रदारी बेशक आतंकवाद का मारा हो, लेकिन ज़रदारी भी ...ज़रदारी बेशक आतंकवाद का मारा हो, लेकिन ज़रदारी भी तो पॉलिटिशियन ही है!सुप्रतिम बनर्जीhttps://www.blogger.com/profile/16272872839681422930noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-28299617917122535392008-12-15T16:17:00.000+05:302008-12-15T16:17:00.000+05:30जरदारी पर भरोसा ऐज अ मैटर अऑफ फेथ नहीं, ऐज अ मैटर ...जरदारी पर भरोसा ऐज अ मैटर अ<BR/>ऑफ फेथ नहीं, ऐज अ मैटर ऑफ टैक्टिक्स होना चाहिये।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-15223687887452443942008-12-15T14:20:00.000+05:302008-12-15T14:20:00.000+05:30कोई हर्ज नहीं है...वो तो वेचारा खुद ही आईएसआई के च...कोई हर्ज नहीं है...वो तो वेचारा खुद ही आईएसआई के चीफ को भारत भेज रहा था..और अगर ढ़ंग से डील किया जाए तो वो दाऊद और मसूद को भी भेज सकता है। लेकिन उसे तो दोधारी तलवार पर चलनी है और ऐसे में हम चांद पाने की उम्मीद नहीं कर सकते। हां, अपना घर हम जितनी जल्दी हो चाक-चौबंद कर लें, छिद्रों को भर दें उतना अच्छा-तीन-चौथाई आतकवाद तो यूं ही खत्म हो जाए।sushant jhahttps://www.blogger.com/profile/10780857463309576614noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-82875152045016787672008-12-15T13:13:00.000+05:302008-12-15T13:13:00.000+05:30हर्ज़ है भाई हमें तो पाकिस्तान और अमेरिका की बातों...हर्ज़ है भाई हमें तो पाकिस्तान और अमेरिका की बातों पर कतई भरोसा नही करनी चाहिए. युद्ध हम भी नही चाहते पर युद्ध करने को हम हमेशा तैयार है ऐसा दिखना बहुत जरूरी है .किसने कब क्या कहा क्या किया क्या नही किया इस चक्कर में भारत के नेता नही पड़ रहे हैं .तो हम ब्लोगर क्यों पड़े ? अभी अन्दर और बाहर<BR/>से मजबूती दिखने दिखाने का टाइम है .बस मशाल जलते रहने दें.संजय शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06139162130626806160noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-13738015466055507232008-12-15T12:15:00.000+05:302008-12-15T12:15:00.000+05:30जरदारी कहने भर को राष्टपति है ,पाकिस्तान में कई सर...जरदारी कहने भर को राष्टपति है ,पाकिस्तान में कई सरकार एक साथ चल रही है ओर आर्मी की अपनी एक नीति है वो है भारत विरोधी...पर ये भी सच है की उस देश में कई लोगो ने अडे बना रखे है जो दरअसल आतंकवाद की फेक्ट्री है..उनसे सीधा सम्बन्ध नही तो भी उन्हें अनदेखा करना उन्हें मौन समर्थन देना है.....अब कोई न कोई कार्य वाही तो पाकिस्तान सरकार को करनी होगी ..खाली बात नहीडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-48881983204660805002008-12-15T11:08:00.000+05:302008-12-15T11:08:00.000+05:30हर्षभाई , बहुत सुलझी हुई पोस्ट है। सहमत हूं। आक्रम...हर्षभाई , बहुत सुलझी हुई पोस्ट है। सहमत हूं। आक्रमण वगैरह तो दूर की बात है। क्या हर बार हम लोग टुटपूंजिया नेताओं और मीडिया के कहे से देशप्रेमी बनेंगे ?<BR/>जरदारी पर शक की कोई वजह सचमुच नहीं। सत्ता प्रेम अपनी जगह है , राजनीतिक मजबूरी अपनी जगह। <BR/>पाकिस्तान पर आक्रमण करने से आतंकवाद समाप्त नहीं होगा , बल्कि और बढ़ सकता है ये तय है।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-47425365811705307402008-12-15T10:55:00.000+05:302008-12-15T10:55:00.000+05:30भाई साहब, आप उस व्यक्ति पर भरोसा करने को कह रहे है...भाई साहब, आप उस व्यक्ति पर भरोसा करने को कह रहे हैं जो सेनाध्यक्ष कियानी की मेहरबानी से राष्ट्रपति बना है और एक समय जिसके दाऊद के साथ मधुर सम्बन्धों के किस्से आम हो चुके हैं, एक नम्बर का भ्रष्ट और जुगाड़ू धनपति किस्म का व्यक्ति है जरदारी… जो अपने फ़ायदे के लिये कभी भी पलटी मार सकता है, उस पर भरोसा करें??? और यदि अफ़लातून जी की बात मानें तब तो कांग्रेस को लोकसभा में पूर्ण बहुमत के लिये पाकिस्तान पर तुरन्त हमला बोल देना चाहिये, भाजपा का तो नुकसान ही नुकसान है… फ़िर देरी किस बात पर हो रही है?Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-8061562779862809792008-12-15T10:43:00.000+05:302008-12-15T10:43:00.000+05:30समझदारी वाली बात कही है । कथित सेक्युलर भी इन्दिरा...समझदारी वाली बात कही है । <BR/>कथित सेक्युलर भी इन्दिराजी की मौत के बाद , सिखों का भय दिखा कर ८० फीसदी सीट जीत कर आये थे । तब संघ ने भी कांग्रेस को 'हिन्दू हित' की रक्षक पार्टी माना था । फलस्वरूप भाजपा को पूरी लोकसभा में दो सीटें मिली थीं ।Anonymousnoreply@blogger.com