tag:blogger.com,1999:blog-38914419.post6725169349239435360..comments2024-03-11T14:40:54.290+05:30Comments on बतंगड़ BATANGAD: जरदारी की सरदारी में ही भला हैBatangadhttp://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-57645539164014476852009-07-10T02:06:00.995+05:302009-07-10T02:06:00.995+05:30बात तो सही है भाई...बात तो सही है भाई...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-27322703013441077882009-07-09T20:17:20.678+05:302009-07-09T20:17:20.678+05:30सही कहा है.सही कहा है.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-30809574327750493422009-07-09T15:19:29.632+05:302009-07-09T15:19:29.632+05:30संजय कुमार मिश्र
दरअसल जरदारी की सरदारी को अपना सर...संजय कुमार मिश्र<br />दरअसल जरदारी की सरदारी को अपना सरदार कैसे कुबूल कर ले। जरदारी का रिमोट तो उपर चला गया लेकिन अपने सरदार का रिमोट तो मैडम के पास है। ये तो केवल कठपुतली हैं जो किसी और के इशारे पर चलते हैं। जब यही बात आडवाणी जी कहा करते थे तो लोगों ने गम्भीरता से नहीं लिया। तो अब पांच साल के लिए भुगतो। अब जब तक मित्र देशों से कोई गाइडलाइन नहीं आ जाती तब तक विदेश नीति में कोई रद्दोबदल नहीं होगी। आप जैसे लोग सरकार को सुझाव देते रहेंगे और ये हमेशा अनसुना करते रहेंगे।बकबकियाhttps://www.blogger.com/profile/14744143673857527535noreply@blogger.com