tag:blogger.com,1999:blog-38914419.post1092656974618280824..comments2024-03-11T14:40:54.290+05:30Comments on बतंगड़ BATANGAD: अब लगने लगा है कि गरीब रथ हैBatangadhttp://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-81127496601820327272009-11-13T21:19:25.111+05:302009-11-13T21:19:25.111+05:30बढिया रिपोर्टिंग |बढिया रिपोर्टिंग |Rakesh Singh - राकेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/03770667837625095504noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-35448337001576694712009-11-12T08:08:06.291+05:302009-11-12T08:08:06.291+05:30ई है भैया रिपोर्टिंग...उम्दा..ई है भैया रिपोर्टिंग...उम्दा..Dr. Shreesh K. Pathakhttps://www.blogger.com/profile/09759596547813012220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-51172646183022697342009-11-12T07:45:14.249+05:302009-11-12T07:45:14.249+05:30सत्य प्रदर्शन!!सत्य प्रदर्शन!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-39073570790050039662009-11-12T01:09:29.566+05:302009-11-12T01:09:29.566+05:30मनोज जी से सहमत हूमनोज जी से सहमत हूवीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-85604750809709761662009-11-12T00:10:25.645+05:302009-11-12T00:10:25.645+05:30पटरी पर दौड़ने वाला हर रथ आज ग़रीब है और जो ग़रीब ...पटरी पर दौड़ने वाला हर रथ आज ग़रीब है और जो ग़रीब नहीं है वह पटरी पर नहीं है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-38914419.post-53581697454878991542009-11-11T23:56:45.020+05:302009-11-11T23:56:45.020+05:30इस ट्रेन के बारे में आपको इस बात पर भी लिखना चाहिए...इस ट्रेन के बारे में आपको इस बात पर भी लिखना चाहिए था कि किस दर्जे के लोगों के लिए ये ट्रेन लायी गयी थी औऱ किस दर्जे के लोग इसमें बैठते हैं। वैसे तो दुकान-बाजार-हाटों में किसी को कुछ कह दे तो तुरंत अपनी औकात बताने में लग जाता हैं लेकिन गरीब रथ में बैठने के लिए अपनी औकात तुरंत गिरा देते हैं। मैं कई ऐसे लोगों को जानता हूं जो कि पेशे से लेक्चरर हैं,वकील हैं,सम्पन्न घरों से आते हैं लेकिन गरीब रथ में यात्रा करते हैं और वो भी शान से। असुविधा होने पर आपकी तरह गरियाते हैं। एक मिनट के लिए भी नहीं सोचते कि हम ऐसा करते हुए किसी की हक मार रहे हैं।.विनीत कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09398848720758429099noreply@blogger.com